BS-III स्टैंडर्ड वाले वाहनों की खरीद-बिक्री पर एक अप्रैल से पाबंदी के आदेश के बाद से ही टू-व्हीलर कंपनियां ने इस मॉडल पर छूट का दायरा काफी बढ़ा दिया
BS-III स्टैंडर्ड
वाले वाहनों की
खरीद-बिक्री पर
एक अप्रैल से
पाबंदी के आदेश
के बाद से
ही टू-व्हीलर
कंपनियां ने इस
मॉडल पर छूट
का दायरा काफी
बढ़ा दिया है.
टू-व्हीलर पर
22 हजार रुपये तक दी
छूट दी जा
रही है. लेकिन
ये ऑफर BS-III मॉडल
दुपहिये वाहनों पर 31 मार्च
तक के लिए
ही है. वहीं
BS-III एमिशन स्टैंडर्ड वाली Triumph की
क्रूज बाइक पर
मुंबई में लगभग
3 लाख रुपये तक
की छूट मिल
रही है.
अपने बीएस-III मानक वाली
मोटरसाइकिलों और स्कूटरों को बेचने
के लिए दो
दुपहिया कंपनियों ने भी
पूरी ताकत लगा
दी है. जिसके
तहत ये भारी
छूट ग्राहकों को
दी जा रही
है. कंपनियों का
यह ऐलान सुप्रीम
कोर्ट के उस
आदेश के ठीक
एक दिन बाद
आया है जिसमें
कहा गया है
कि एक अप्रैल
से BS-III मानकों वाले दुपहिया
वाहनों पर रजिस्ट्रेशन
पर रोक लगाने
का आदेश दिया
गया है.
दुपहिया वाहन बनाने
वाली प्रमुख कंपनियों
जैसे हीरो मोटो
कार्प, एचएमएसआई, बजाज ऑटो
और सुजकी मोटरसाइकिल
ने अपने कई
मॉडल्स पर 22 हजार रुपये
तक की छूट
का ऐलान किया
है. हीरो ने
अपने स्कूटरों
की बिक्री पर
12,500 रुपये की छूट,
प्रीमियम मोटरसाइकिलों पर 7500 की छूट
और एंट्री लेवल
मोटरसाइकिलों पर 5000 रुपये के
छूट का ऑफर
किया है.
जबकि दूसरी ओर होंडा
ने अपने सभी
दुपहिया वाहनों पर महज
एक डिस्काउंट 22000 रुपये
दिया है. ये
कंपनियां एक अंतिम
प्रयास कर रही
हैं कि उनके
बीएस3 मानक पर
बने ज्यादा से
ज्यादा माल 31 मार्च से
पहले निकल जाए.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने
वाहन कंपनियों की
वो याचिका खारिज
कर दी जिसमें
BS-III वाले वाहनों की खरीद-फरोख्त की मियाद
और बढ़ाने की
अपील थी. कोर्ट
का आदेश वाहन
कंपनियों के लिए
आफत और खरीदारों
के लिए राहत
का सबब बन
गया, क्योंकि दो
दिन बाद यानी
एक अप्रैल से
शोरूम में खड़े
वाहनों की दशा
पिछले साल आठ
नवंबर की आधी
रात के बाद
से हजार पांच
सौ के नोट
जैसी हो जाएगी.
नये सड़क और
मोटर वाहन अधिनियम
के मुताबिक सड़क
पर वाहन चलते
वक्त उसकी हेडलाइट
ऑन रहनी चाहिए.
BS-III के वाहनों की हेडलाइट
अंधेरा होने या
जरूरत पड़ने पर
ऑन करने के
लिए स्विच होता
है, यानी ऑन
करना भूल गए
तो चलान भरना
होगा। साथ ही
प्रदूषण मानकों पर भी
BS-III पीछे है, यानी
BS-IV के मुकाबले ज्यादा प्रदूषण
फैलाते हैं. लेकिन
जनता फिलहाल तो
सस्ता के चक्कर
में भागी फिर
रही है.
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