बतादे की मालाड
पूर्व में सीओडी
के पास सीटीएस
न.168 में मुंबई
महानगर पालिका का गार्डन
आरक्षित है।प्लान में भी
यह गार्डन बाकायदा
ग्रीन रंग का
दर्शाया गया है,
उसके अंदर से
कोई भी रोड
नही है,ऐसी
जानकारी एक आरटीआई
के जवाब में
भी मुंबई महानगर
पालिका ने दी
है जिसमे मनपा
ने लिखा है
कि गार्डन के
अंदर से कोई
अवैध रोड नही
है।
जबकि पी उत्तर
वार्ड के मेंटेंश
विभाग में कार्यरत
अभियन्ता अमित जाधव
से जब इस
संबंध में बात
की गई तो
उन्होंने कहा कि
गार्डन के अंदर
एक्जेक्टिग रोड है
और उसको मनपा
गार्डन विभाग के खर्च
पर बनाया गया
है। अब सवाल
यह खड़ा हो
गया है कि
जब सीटीएस न.168
के आरक्षित गार्डन
के अंदर से
रोड है, तो
आरटीआई में क्यों
बताया गया कि
गार्डन के अंदर
से रोड नही
है।
आखिर सच्चाई क्या है।यह
सवाल अब मालाड
वासियों के अलावा
मुंबई की आम
जनता भी जानना
चाहती है, क्यों
कि एक प्राइवेट
बिल्डर के इशारे
पर मनपा के
आरक्षित गार्डन के अंदर
से रोड बनाने
का कार्य पी
उत्तर विभाग मनपा
के कुछ अधिकारियों
ने किया है।
इसके बदले में
बिल्डर ने उन्हें
मोटी रक्कम रिश्वत
में दी है,
ऐसी जानकारी सामने
आ रही है,
वर्ना कौन अधिकारी
सारे नियम कानून
को ताक पर
रख कर मनपा
के खर्चे पर
बिल्डर के लिए
सड़क बनाने का
कार्य करेगा।यह मामला काफी
गंभीर है इस
पर जांच होनी
चाहिए और जो
भी अधिकारी इसमे
दोषी पाए जाते
है उनके खिलाफ
कड़ी कानूनी कार्यवाही
की जाये, क्यों
कि ऐसे भ्रष्ट
लोग बेतन मनपा
से लेते हैं
और काम भ्रष्ट
बिल्डर के इशारे
पर करते हैं।
मनपा के वरिष्ठ
अधिकारी आरटीआई के जवाब
में सही जानकारी
देते हैं की
उस गार्डन के
अंदर से कोई
रोड नही है,
लेकिन पी उत्तर
वार्ड मेंटनेश विभाग
के अधिकारी अमित
जाधव का कहना
है कि वहाँ
पर गार्डन विभाग
के खर्चे पर
रोड बनाया गया
है, लेकिन वह
प्लान में नही
है, फिर उस
रोड को क्यों
बनाया गया यह
भी सवाल खड़ा
हो रहा है,
किसके इशारे पर
और किसको फायदा
पहुचाने के लिए
मनपा की तिज़ोरी
से लाखों रुपये
अवैध रोड बनाने
में खर्च किये
गए ?
कौन है इसका
असली जिम्मेदार क्या
स्थानीय जन प्रतिनिधियों
को इस
भ्रष्टाचार के बारे
में अभीतक कोई
जानकारी नही है,
की मनपा के
कुछ इंजीनियर कैसे
बिल्डर के लिए
गार्डन में सड़क
बनवा रहे हैं,
जबकि गार्डन के
बगल से जो
प्लान में बाकायदा
रोड है
उसके ऊपर पिछले
कई सालों से
कोई भी मरम्मत
कार्य नही किया
गया, इसका मतलब
क्या होसकता है।किसके
इशारे पर पी
उत्तर वार्ड के
अधिकारी कार्य कर रहे
हैं यह बात
आप भी समझ
सकते है।
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