यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के पूर्व मेयर दिनेश शर्मा को डेप्युटी सीएम बनाया गया

यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद सारी संभावनाओं को अचानक पलटते हुए बीजेपी ने सीएम पद के लिए योगी आदित्यनाथ का नाम फाइनल कर दिया है। शनिवार को विधायक दल की बैठक में औपचारिक तौर पर योगी आदित्यनाथ का नाम रख उन्हें नेता चुन लिया गया। योगी आदित्यनाथ लगातार 5 बार से सांसद हैं और यूपी में बीजेपी की हिंदुत्ववादी राजनीति के चेहरे माने जाते हैं। यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के पूर्व मेयर दिनेश शर्मा को डेप्युटी सीएम बनाया गया है। नई सरकार 19 मार्च यानी रविवार को शपथ ग्रहण करेगी।
बीजेपी ने सीएम
के लिए योगी
आदित्यनाथ का नाम
फाइनल कर जातिगत
समीकरण को लेकर
लगाए जा रहे
कयासों पर भी
विराम लगा दिया
है। उत्तराखंड में
त्रिवेंद्र सिंह रावत
के रूप में
राजपूत चेहरा चुनने के
बाद ऐसे कयास
लगाए जा रहे
थे कि यूपी
में गैर सवर्ण
सीएम चुना जाएगा।
इस क्रम में
यूपी बीजेपी के
अध्यक्ष केशव प्रसाद
मौर्य का नाम
भीसीएम रेस
में माना जा
रहा था।

शनिवार दोपहर यूपी की राजनीति के घटनाक्रम तेजी से बदले। रेल और दूरसंचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के यूपी सीएम के रेस में टॉप पर बने रहने की खबरें अचानक बदल गईं। पार्टी आलाकमान ने शनिवार सुबह अचानक योगी आदित्यनाथ को दिल्ली बुला लिया। दोपहर में योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य जब स्पेशल विमान से लखनऊ पहुंचे तो आलाकमान का संदेश भी सूबे में पहुंच चुका था कि योगी ही प्रदेश के मुखिया होने जा रहे हैं।
यूपी में बीजेपी की प्रचंड जीत में पिछड़ी जाति, गैर-यादव ओबीसी और गैर-जाटव दलित वोटों की भी अहम भूमिका मानी जा रही है। ऐसे में राजनीतिक पंडित यूपी सीएम के तौर पर किसी ओबीसी नेता की संभावना पर जोर दे रहे थे। बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक राजनाथ सिंह को भी बीजेपी सीएम पद के लिए मनाने की कोशिश हुई थी, लेकिन उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया।
राजनाथ सिंह के इस रेस से हटने के बाद पिछले दो दिनों से गाजीपुर से सांसद मनोज सिन्हा का नाम काफी तेजी से आगे बढ़ा। वाराणसी में यात्रा के दौरान मनोज सिन्हा के काशी विश्वनाथ और भैरव मंदिरों में दर्शन की तस्वीरों ने इस संभावना को और भी बल दिया लेकिन दिल्ली से लौटे योगी आदित्यनाथ की अचानक एंट्री से पूरा माहौल ही बदल गया।
एक नजर में योगी आदित्यनाथ
प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में बीजेपी को मिली जीत का फायदा उन्हें भी मिला है। चुनाव प्रचार के दौरान 150 से ज्यादा रैलियां करके उन्होंने कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पैठ बनाई थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के काफी करीबी होने का भी फायदा उन्हें मिला। बीजेपी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा को भी डेप्युटी स्पीकर बनाया है। दिनेश शर्मा 2008 और 2012 में लखनऊ के मेयर बने। 2014 में उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बीजेपी के राष्ट्रीय सदस्यता का प्रभारी बनाया गया था। दिनेश शर्मा के नेतृत्व में पार्टी सदस्यों की संख्या 1 करोड़ से 11 करोड़ के पार पहुंच गई।
सीएम चुने जाने के बाद बोले योगी- सबका साथ, सबका विकास से करेंगे राज्य का कायाकल्प
सीएम चुने जाने के बाद बोले योगी- सबका साथ, सबका विकास से करेंगे राज्य का कायाकल्प
यूपी में जबर्दस्त
जीत के बाद
बीजेपी ने योगी
आदित्यनाथ को राज्य
का सीएम घोषित
कर दिया। शनिवार
को विधायक दल
की बैठक में
आदित्यनाथ को सीएम
बनाने का प्रस्ताव
पेश किया, जिसे
सर्वसम्मति से स्वीकार
कर लिया गया।
वहीं यूपी बीजेपी
चीफ केशव प्रसाद
मौर्य और दिनेश
शर्मा को राज्य
का डेप्युटी सीएम
घोषित किया गया।
सीएम नामित होने
के बाद आदित्यनाथ
ने सबका धन्यवाद
दिया।
आदित्यनाथ ने अपने पहले संबोधन में कहा, 'मैं सबका अभिवादन करता हूं। यूपी जैसे बड़े राज्य को चलाना आसान नहीं है। हमें आपका साथ चाहिए। हम सब मिलकर राज्य का विकास करेंगे।' उन्होंने साथ ही कहा, 'यूपी जैसे बड़े राज्य को चलाना आसान नहीं है, मुझे इसके लिए दो लोग चाहिए। मुझे सबके सहयोग की जरूरत होगी, तभी यूपी को उत्तम प्रदेश बनाया जा सकता है।' बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना और सतीश महाना ने आदित्यनाथ का प्रस्ताव रखा। आदित्यनाथ के नाम की घोषणा होते ही उन्हें मंच पर मौजूद ओम माथुर और वेंकैया नायडू ने उन्हें मिठाई खिलाई। यूपी के सीएम नामित होने के बाद अपने पहले संबोधन में आदित्यनाथ ने राज्य के विकास की बात की।
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