
उन्होंने कहा, 'कश्मीर
के युवाओं के
सामने दो रास्ते
हैं - एक पर्यटन
का है और
दूसरा आतंकवाद का.'
कश्मीर में अशांति
को बढ़ावा देने
पर पाकिस्तान पर
परोक्ष रूप से
प्रहार करते हुए
प्रधानमंत्री मोदी ने
कहा कि सीमापार
जो लोग बैठे
हैं, वे अपना
ही ख्याल नहीं
रख सकते. कश्मीरी
युवाओं को संदेश
देते हुए पीएम
ने कहा, 'यदि
आप सूफी संस्कृति
की बहुमूल्य परंपरा
को नजरअंदाज करते
हैं तो आप
अपना वर्तमान गंवा
बैठेंगे और अपना
भविष्य अंधकारमय कर लेंगे.
पढ़ें पीएम मोदी
ने और क्या क्या कहा...
- नितिन गडकरी और उनकी टीम को बधाई
- सुरंग कश्मीर घाटी की भाग्य रेखा है
- आधुनिक तकनीक का सहारा लिया गया
- कश्मीर के लिए विकास की छलांग है यह सुरंग
- जम्मू कश्मीर के नौजवानों ने ये काम किया
- सुरंग घाटी की भाग्यरेखा है
- नौजवानों के सामने दो रास्ते हैं, एक तरफ है टूरिज्म और दूसरी तरफ है टेररिज्म
- सुरंग के कारण लोगों की मुश्किलें दूर हुईं
- कश्मीर घाटी के किसानों को अब घाटा नहीं होगा
प्रधानमंत्री ने राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की उपस्थिति में नौ किलोमीटर लंबी चेनानी-नाशरी सुरंग को राष्ट्र को समर्पित किया जिसका निर्माण 3720 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है. उद्घाटन के बाद मोदी ने वोहरा और महबूबा के साथ सुरंग में खुली जीप में कुछ दूरी तक यात्रा की.
प्रधानमंत्री,
राज्यपाल और मुख्यमंत्री
ने उन अभियंताओं
के साथ फोटो
खिंचवायी जो इस
सुरंग के निर्माण
में शामिल थे.
बर्फ से ढके
ऊंचे पहाड़ों के
नीचे से गुजरने
वाली इस सुरंग
से यात्रा ढाई
घंटे कम हो
जाएगी और जम्मू
एवं उधमपुर से
रामबन, बनिहाल और श्रीनगर
जाने वाले यात्रियों
को सभी मौसम
में सुरक्षित यात्रा
प्रदान करेगी. प्रधानमंत्री कार्यालय
के अनुसार इस
सुरंग के चालू
हो जाने से
रोजाना करीब 27 लाख रुपये
के ईंधन की
बचत होने की
उम्मीद है. यह
सुरंग विश्वस्तरीय सुरक्षा
प्रणालियों से लैस
है. उम्मीद है
कि इससे जम्मू
कश्मीर में पर्यटन
को प्रोत्साहन मिलेगा.
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