ठाणे -मीरा रोड - पालघर: एक पुलिस कर्मचारी ने दूसरे कर्मचारि पर गोलिया झड़ना तथा काम के तनाव से खुदखुशी कर बैठने की तमाम खबरे पिछले कई सालों से सुनाई देती है। पुलिस और मानसिक ताण तनाव इन दोनों में जैसे मेल ही हुआ है, परिणामी पुलिस कर्मचारी बिमारियों से ग्रस्त हो रहे है। तणाव बढ़ने के कारण खुदखुशी जैसे पर्यायों को अपनाते है। पुलिस कर्मचारियों पर तणाव मतलब- नॅशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्युरो के रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में देश के सर्वाधिक कर्मचारियों ने खुदखुशी की है।
पिछले १० वर्षो मे राज्य मे ३०० कर्मचारियों ने खुदखुशी कर दी है, और इनका कारण भी अलग-अलग है। अधिक ख़ुदख़ुशीया व्यक्तिगत कारणों से होने का सर्वेक्षण किया गया है और मानसिक तणाव यह एक मुख्य कारण सामने आया है। इस तणाव का व्यवस्थापन कैसे किया जा सकता है, इस लिए मीरा रोड स्तिथ वोक्हार्ट हॉस्पिटल की तरफ से सप्ताह की शुरुआत मे मीरा रोड व भाईंदर के १०० पुलिस कर्मचारियों के लिए तणाव प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन किया था।
इस कार्यशाला मे वोक्हार्ट हॉस्पिटल के मनोविकार तज्ञ त डॉ. सोनल आनंद ने मार्गदर्शन किया था। इस कार्यशाला के बारे मे अधिक जानकारी देते हुए वोक्हार्ट हॉस्पिटल के केंद्रप्रमुख रवि हिरवानी ने कहा, "चोरी, हत्या, यौन शोषण की घटना, पारिवारिक झगड़े, धार्मिक तथा जातीय कारण से होने वाली घटनाओ के लिए २४ घंटे सतर्क रहनेवाले कर्मचारियों के मानसिकता का विचार करना जरुरी है। पुलिस ठाणे का तनाव से भरा वातावरण भी पुलिस कर्मचारियों की मानसिकता बिगाड़ देता है इसलिए हर ६ महीनो में एक बार इस कार्यशाला से कर्मचारियों का स्वास्थ्य सही रखने के लिए जरुरत है।
इस कार्यशाला मे मीरा रोड- भायंदर के वरिष्ठ पोलिस उपअधीक्षक श्री नरसिंग भोसले इनका महत्वपूर्ण सहकार्य मिला। आज शहर मे रहने वाली हर व्यक्ति घर, ऑफिस, रिश्ते, दोस्तों, परिवार, बच्चे की शिक्षा और उनका समग्र विकास करने के कारण अनेक मानसिक तनाव का सामना कर रहे है। पुलिस कर्मचारियों को शहर की सुव्यवस्था करने की बड़ी जिम्मेदारी होने के कारण अधिक तणाव आता है।
इस जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए तणाव का प्रबंधन करने की आवश्यकता है। ४० की उम्र में ही पुलिस कर्मचारियों मधुमेह, रक्तचाप और निद्रानाश जैसी बीमारी के चपेट में आते है, और इस इस बीमारियों के कारण भी उनका मानसिक संतुलन बीघड़ जाता है ऐसा वैद्यकीय अनुमान वोक्हार्ट हॉस्पिटल के मनोविकार तज्ञ डॉ. सोनल आनंद ने व्यक्त किया । इस कार्यशाला मे वोक्हार्ट हॉस्पिटल के हृदयरोगविकारतज्ञ डॉ. अनुप टाकसांडे ने "दिल की बीमारियां तथा तान- तणाव" के विषय पर उपस्थित कर्मचारियों को मार्गदर्शन दिया। काम का नियोजन तथा वरिष्ठ कर्मचारियों के सहकार्य से ड्यूटी पर रहने वाले कर्मचारियों का तणाव कम हो सकता है और भविष्य मे खुदखुशी के घटना काबू में आ सकते है, यह आत्मविश्वास पुलिस कर्मचारियों ने व्यक्त किया।
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